विजय देवरकोंडा की नई फिल्म Kingdom ने रिलीज़ होते ही ऐसा धमाका किया कि लोग कहने लगे — “अब अर्जुन रेड्डी पुराना हो गया!” ये सिर्फ एक पॉलिटिकल ड्रामा नहीं, बल्कि देवरकोंडा के करियर की सबसे पक्की और इमोशनल परफॉर्मेंस बन चुकी है।
सियासत, संवेदना और एक सच्चे नेता की लड़ाई
Kingdom की कहानी एक ईमानदार नेता की है, जो न सिर्फ भ्रष्ट सिस्टम से लड़ रहा है, बल्कि खुद से भी जूझ रहा है। फिल्म पॉलिटिक्स दिखाती है, लेकिन उसका दिल रिश्तों और भरोसे में बसता है। ये कहानी सत्ता की नहीं, उस इंसान की है जो अपनी सच्चाई के लिए पूरी दुनिया से भिड़ जाता है।
विजय देवरकोंडा ने इस किरदार में जितनी गहराई दिखाई है, वैसी परिपक्वता उनके पिछले किसी भी रोल में कम ही दिखी थी। यहां कोई उग्र प्रेमी नहीं, कोई स्टाइलिश एक्शन हीरो नहीं — यहां एक टूटता हुआ आदमी है, जो भीतर से भी संघर्ष कर रहा है।
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क्रिटिक्स भी बोले: “अब ये Vijay पहले वाला नहीं”
India Today ने इसे उनकी “career-best performance” कहा, वहीं Hindustan Times ने इसे “emotionally charged and politically relevant” बताया। इस बार आलोचक और दर्शक एक साथ खड़े हैं — ये बात खुद बहुत कुछ कहती है।
जहां Liger जैसी फिल्मों से उनका ग्राफ गिरा हुआ लगा था, Kingdom ने उन्हें नए सिरे से स्थापित कर दिया है। ये वही देवरकोंडा हैं, लेकिन अब ज़्यादा सोचने वाले, ज़्यादा संवेदनशील और ज़्यादा मजबूत।
फैंस बोले — “ये रोल screen पर नहीं, रूह पर उतरता है”
फिल्म की रिलीज़ के बाद थिएटरों से बाहर आते दर्शकों ने जो कहा, वो सिर्फ तारीफ नहीं — इमोशन था। कई लोगों को फिल्म के कुछ हिस्से इतने personal लगे कि सोशल मीडिया पर लोग अपने खुद के अनुभव शेयर करने लगे। किसी ने लिखा, “ये फिल्म देखकर लगा जैसे कोई मेरे अंदर की लड़ाई को पर्दे पर दिखा रहा हो।”
ऐसे reactions सिर्फ तब आते हैं जब एक एक्टर अपनी ego से बाहर निकलकर सिर्फ किरदार बन जाए — और विजय ने यही किया है।
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अनिरुद्ध का म्यूज़िक: जो शब्द ना कह पाएं, वो धुनें कहती हैं
फिल्म में म्यूज़िक डायरेक्टर अनिरुद्ध रविचंदर का काम भी एकदम टॉप क्लास है। खासकर बैकग्राउंड स्कोर — जो फिल्म को न सिर्फ सपोर्ट करता है, बल्कि कुछ सीन में भावनाओं का अकेला वाहक बन जाता है। क्लाइमैक्स में बजने वाला थीम ट्रैक, बिना एक शब्द बोले ही दर्शकों को अंदर तक झकझोर देता है।
पिछले कुछ सालों में अनिरुद्ध ने कई बड़ी फिल्मों में हिट म्यूज़िक दिया है, लेकिन Kingdom में उन्होंने restraint और emotion दोनों को बेहतरीन तरीके से balance किया है।
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पुरानी फिल्मों की वैल्यू फिर से जागी
News18 ने Kingdom की सफलता के बाद विजय की पुरानी फिल्मों को फिर से explore करने की सलाह दी — जैसे Arjun Reddy, Geetha Govindam, और Taxiwaala। साफ है कि Kingdom की गूंज सिर्फ एक फिल्म तक सीमित नहीं है, वो उनकी पूरी फिल्मोग्राफी को फिर से चमका रही है।
आगे क्या?
Kingdom ने साफ कर दिया है — अब विजय देवरकोंडा को सिर्फ एक रफ-टफ हीरो समझना बड़ी भूल होगी। उन्होंने ये साबित कर दिया कि जब रोल अच्छा हो और दिल से किया जाए, तो कोई भी स्टार खुद को reinvent कर सकता है।
अब फैंस की उम्मीदें और ज़्यादा बढ़ गई हैं। अगली फिल्म क्या होगी, किस तरह की होगी — कोई नहीं जानता। लेकिन एक बात तो तय है:
अब ये Vijay Deverakonda “सिर्फ चेहरे से हीरो” नहीं है — अब ये एक परफॉर्मर है, जो स्क्रीन के पार तक असर छोड़ता है।