सावधान, बॉलीवुड के तूफानी ठिकाने! “उदयपुर फाइल्स” ने आखिरकार सिनेमाघरों में धमाका कर दिया, लेकिन ओहो! थिएटर में कुर्सियां खाली, मक्खियां गुनगुना रही हैं! क्या ये फिल्म सुपरहिट होगी या सुपर फ्लॉप? आइए, इस सनसनीखेज कहानी में गोता लगाएं!
हाई कोर्ट का तमाचा, रिलीज को हरी झंडी!
दिल्ली हाई कोर्ट ने “उदयपुर फाइल्स” को बैन करने की सारी कोशिशों को धूल चटा दी! कन्हैया लाल हत्याकांड पर बनी इस फिल्म को रोकने की याचिका को कोर्ट ने ठुकरा दिया, और कहा, “रोकने का कोई आधार नहीं, चलने दो सिनेमा!” निर्माता अमित जानी के चेहरे पर मुस्कान, लेकिन क्या दर्शक भी उतने ही उत्साहित हैं? थिएटर की खाली कुर्सियां चीख-चीखकर कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं
कन्हैया लाल की दर्दनाक कहानी, सिल्वर स्क्रीन पर!
2022 में उदयपुर के दर्जी कन्हैया लाल की निर्मम हत्या ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। दो हमलावरों ने उनकी दुकान में घुसकर न सिर्फ उनकी हत्या की, बल्कि वीडियो बनाकर दुनिया को चुनौती दी। अब ये सच्ची कहानी “उदयपुर फाइल्स” के जरिए सिनेमाघरों में तहलका मचाने को तैयार है। विजय राज, प्रीति झंगियानी और मुश्ताक खान जैसे सितारों से सजी ये फिल्म दर्शकों के दिलों को झकझोरने का दावा करती है। लेकिन, अरे बाप रे! दर्शक तो थिएटर में आए ही नहीं
सोशल मीडिया पर हंगामा, नेटिज़न्स का गुस्सा फटा!
एक्स पर “उदयपुर फाइल्स” को लेकर बहस छिड़ी हुई है। कोई इसे हिंदुओं को जगाने वाली सच्चाई बता रहा है, तो कोई इसे सांप्रदायिक आग भड़काने का हथियार करार दे रहा है। @Hinduism_sci ने तो इसे “रॉ ट्रुथ” का तमगा दे दिया, लेकिन @NamitaBalyan ने चेतावनी दी कि ये फिल्म पहले ही लाइव देखी जा चुकी है, अब क्या नया दिखेगा? नेटिज़न्स का कहना है, “विजय राज की एक्टिंग तो कमाल होगी, लेकिन खाली थिएटर का क्या करें?”
थिएटर में सन्नाटा, मक्खियां गा रही हैं भजन!
लाइव हिंदुस्तान की ताजा खबर के मुताबिक, जयपुर के सिनेमाघरों में “उदयपुर फाइल्स” की स्क्रीनिंग के दौरान कुर्सियां खाली पड़ी हैं। क्या दर्शक डर गए? या फिर गर्मी की छुट्टियों में गोवा की सैर को निकल गए? एक दर्शक ने तो मजाक में कहा, “टिकट लिया, पॉपकॉर्न लिया, लेकिन फिल्म में सस्पेंस की जगह सन्नाटा मिला!” क्या ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाएगी, या सिर्फ खाली कुर्सियों का रिकॉर्ड बनाएगी?
निर्माता का दावा: “हमने सच्चाई दिखाई!”
निर्माता अमित जानी और डायरेक्टर भारत एस. श्रीनाते का दावा है कि “उदयपुर फाइल्स” सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक सामाजिक जागरूकता का आलम है। @MeghUpdates के मुताबिक, जानी ने कहा, “लोग इस फिल्म को रोकना चाहते हैं क्योंकि ये सच्चाई का आईना है!” लेकिन जब दर्शक ही नहीं आए, तो ये आईना किसे दिखेगा? क्या ये फिल्म सिनेमाई इतिहास में “खाली थिएटर की रानी” बनकर रह जाएगी?
तो, अब क्या?
“उदयपुर फाइल्स” की रिलीज भले ही कोर्ट की मंजूरी से हो गई, लेकिन दर्शकों का दिल जीतना अभी बाकी है। क्या ये फिल्म कन्हैया लाल की कहानी को न्याय दे पाएगी, या फिर खाली थिएटर्स की तस्वीरें सोशल मीडिया पर मेम्स बनकर वायरल होंगी? एक बात तो पक्की है—ये सनसनीखेज ड्रामा अभी खत्म नहीं हुआ! आप भी टिकट बुक करें, या फिर पॉपकॉर्न लेकर घर पर ही एक्स की बहस का मजा लें!