PAPA GOKUL की “उड़ता पापा” सड़क-कथा: जब बेटे ने कहा “पापा चलो परंतु पो”, तो मम्मी ग्लोरी के नखरे भी ले उड़े!

By Shreya Singh

Updated On:

Follow Us
PAPA GOKU

सुनिए जनाब, 1 अगस्त की भोर हुई नहीं कि JioHotstar पर धमाकेदार एंट्री हुई — न कोई साउथ का सुपरस्टार धमाका, न कोई बिग बजट थ्रिलर! बस एक आम-सा ऑर्गेनिक-वाला पापा, उसका आठ साल का “सवाल-बम” बेटा, और एक रोड ट्रिप जिसने तमिलनाडु से लेकर दिल्ली के पेरेंटिंग व्हाट्सएप ग्रुप तक आग लगा दी। लोग कह रहे हैं “कोई मसाला नहीं”, पर हमारे कान तो “घर-घर में मसाला” सुन रहे हैं। तो लीजिए, पकड़िए अपनी कुर्सी, क्योंकि ये किस्सा उतना ही गरम है जितना चेन्नई की मई दोपहर!

“मम्मी नहीं हैं तो क्या हुआ, पापा है न!” — गोकुल का ब्रह्मास्त्र

गोकुल सुबह-सुबह ऑर्गेनिक सब्ज़ी का ऑर्डर पैक करता है, शाम को बेटे अनबू को बस स्टॉप छोड़ आता है — यही था उसका रूटीन। लेकिन जैसे ही ग्लोरी साड़ी-एक्स्पो के लिए कोयम्बटूर रवाना हुईं, घर का रिमोट गोकुल के हाथ आ गया। बेटे ने पूछा, “पापा, डायनासौर अगर आज भी होता तो क्या हम उसकी पीठ पर चढ़ सकते?” गोकुल ने झट से स्कूटी की चाबी घुमाई, ऑफिस का मैसेज म्यूट किया और बोला, “बेटा, चल परंतु पो — उड़ चलते हैं!” पड़ोसियों ने सुबह-सुबह देखा, दोनों बाप-बेटे रोड पर निकले, पीछे बैग में बिस्कुट, सामने बजता हुआ गाना, और बीच-बीच में अनबू का डायनासौर-डांस।

जंगल, पेड़, और एक्स-क्रश का ज़हरीला झटका

पहला पड़ाव था चित्तूर का पुराना आम बाग़। वहाँ मिला ‘एम्परर’ नाम का दादा, जो खुद को राजा कहता है पर ऑटो चलाता है। उसने अनबू को आम के पेड़ पर चढ़ाया, गोकुल को याद दिलाया कि बचपन में वो भी तो ऐसे ही चढ़ा करता था। लेकिन ट्विस्ट तब आया जब रास्ते में मिल गई गोकुल की स्कूल-टाइम क्रश वनिता। लाल साड़ी, मोबाइल में स्टार-फ़िल्टर और साथ में पति भी — पूरी फिल्मी एंट्री। वनिता ने अनबू को ठंडा आम-पन्ना पिलाया, गोकुल को पुरानी कॉपियों की तरह पलट-पलट कर देखा। अनबू ने बीच-बीच में टोक दिया, “पापा, ये आंटी आपको घूर क्यों रही?” गोकुल के हाथों से पन्ना छलक गया, और पीछे से एम्परर दादा ने ठहाका लगाया, “राजा हो या रिटायर्ड लवर, आम खाने से डर नहीं लगता!”

इंटरनेट पर भूचाल: #PapaOnWheels ट्रेंडिंग

शाम होते-होते गाँव के वाई-फ़ाई ने पहली रील अपलोड कर दी — अनबू पेड़ पर, गोकुल नीचे से चिल्लाता हुआ, बैकग्राउंड में तमिल रैप। 24 घंटे में 3 मिलियन व्यूज़! मम्मियों के व्हाट्सएप ग्रुप में नया नियम बना: “अगर पति भी ‘परंतु पो’ वाला ट्रिप प्लान करे तो सीधा एयरपोर्ट से नो एंट्री!” एक मॉम ने रो-रो कर स्टेटस डाला, “मेरे पति तो बस सब्ज़ी लाने जाते हैं, ये गोकुल तो पूरा इंस्टाग्राम हिला दिया!”

सिगरेट-वाला बंदर और भिखारी का 500 का नोट

अगला पड़ाव — छोटा-सा टोल नाका, जहाँ मिला धर्मा नाम का बच्चा जो बंदरों की भाषा बोलता है। उसने अनबू को सिखाया कि बंदर भी ‘नो स्मोकिंग’ का पोस्टर पकड़ सकता है। गोकुल ने देखा, एक भिखारी ने अपना आख़िरी 500 का नोट उधार लेकर मेहमानों के लिए इडली-सांभर मंगवा दिया। गोकुल की आँखों में आँसू, अनबू की हँसी गूंज रही थी, “पापा, ये दुनिया भी हमारे डायनासौर से ज़्यादा अजीब है!”

मम्मी की एंट्री और सुपरहीरो सर्टिफ़िकेट

तीन दिन बाद जब ग्लोरी वापस आईं, दरवाज़े पर अनबू ने पापा को हाथ से बनाया हुआ ‘सुपरहीरो’ बैज लगाया। ग्लोरी ने पूछा, “तुम दोनों ने क्या किया?” अनबू ने कहा, “हमने उड़ना सीखा, मम्मी। अब आप भी चलो!” ग्लोरी ने गोकुल की तरफ़ देखा, गोकुल ने आँख मारी। रात को तीनों सोफ़े पर बैठे, रिमोट दबाया, और ‘परंतु पो’ फिर से चल पड़ी। स्क्रीन पर राम की आवाज़ आई, “बच्चों के सपनों को पूरा करना मुश्किल नहीं, बस उनका हाथ थामना पड़ता है।”

क्लिफ़हैंगर: अगला सीज़न ‘परंतु पो 2’?

लेकिन रुकिए, हमारे सूत्रों का कहना है कि अनबू अब बोल रहा है, “पापा, अगली बार मम्मी के साथ चाँद पर चलते हैं!” प्रोड्यूसर राम ने हमें बताया (नाम न छापने की शर्त पर), “अगर OTT वाले फिर से बैगपाइप बजाएँ तो हम तैयार हैं।” तब तक, आप भी अपने बच्चे के साथ रिमोट उठाइए, और याद रखिए — पेरेंटिंग का सबसे बड़ा सीक्रेट यही है: थोड़ा उड़ना, थोड़ा ठहरना, और बहुत-बहुत साथ हँसना।

She is a news writer for a long time for and covers wide range of topics in Entertainment niche. So keep sharing and motivate.

Leave a Comment