ओह माय गॉड! आंध्र प्रदेश की सियासत का सबसे बड़ा ड्रामा, मायासभा, SonyLIV पर धमाकेदार लैंडिंग कर चुका है! यह वेब सीरीज नहीं, बल्कि एक मसालेदार, चटपटा और दिल दहलाने वाला सियासी तमाशा है, जो 1970-90 के दशक की आंध्र की राजनीति को एकदम बॉलीवुड स्टाइल में पेश करता है! तो, पॉपकॉर्न तैयार रखिए, क्योंकि ये कहानी दोस्ती, धोखे, और सत्ता की जंग का तूफान लाने वाली है!
दोस्ती से दुश्मनी तक: नायडू और रेड्डी की सियासी जंग!
कहानी शुरू होती है दो जिगरी दोस्तों, काकर्ला कृष्णमा नायडू (आंधी पिनिसेट्टी) और एम.एस. रामी रेड्डी (चैतन्य राव) के साथ, जिनकी दोस्ती इतनी गहरी थी कि लगता था ये दोनों सियासत के सुपरहीरो हैं! लेकिन, ओहो, सत्ता का नशा ऐसा चढ़ा कि ये दोनों दोस्त बन गए कट्टर दुश्मन! जी हाँ, ये सीरीज आपको दिखाएगी कि कैसे ये दोनों सियासी रणबांकुरे एक-दूसरे की टांग खींचने में कोई कसर नहीं छोड़ते। आंधी पिनिसेट्टी अपनी गजब की अदाकारी से नायडू के किरदार को ऐसा जीवंत करते हैं कि आप उनके गुस्से, दर्द और महत्वाकांक्षा में खो जाएंगे। वहीं चैतन्य राव रेड्डी के किरदार में ऐसा जलवा बिखेरते हैं कि आप सोचेंगे, “अरे, ये तो असली सियासत का शहंशाह है!”
इरावती बासु: सियासत की रानी या खलनायिका?
और अब बात करते हैं इस सीरीज की सबसे बड़ी सनसनी – दिव्या दत्ता की, जो इरावती बासु के किरदार में सियासत की दुनिया को हिलाकर रख देती हैं! इरावती बासु, जो इंदिरा गांधी से प्रेरित बताई जा रही है, एक ऐसी शख्सियत है जो सत्ता के खेल में सबको मात देती है। दिव्या दत्ता ने इस किरदार को इतनी शानदार तरीके से निभाया है कि आप उनके सामने सलाम ठोकना चाहेंगे, या फिर डर के मारे कांप उठेंगे! देccan Chronicle के मुताबिक, दिव्या ने कहा, “ये किरदार मेरे लिए एक रोलरकोस्टर था – सत्ता, भावनाएँ और धोखे का कॉकटेल!”
सियासत का मसाला: धोखा, ड्रामा और डायलॉगबाजी!
मायासभा सिर्फ़ एक वेब सीरीज नहीं, बल्कि एक सियासी महाभारत है, जिसमें हर एपिसोड आपको चौंकाने के लिए तैयार है! 9 एपिसोड्स की इस सीरीज में डायरेक्टर देवा कट्टा और किरण जय कुमार ने आंध्र की सियासत को इतने मसालेदार अंदाज़ में पेश किया है कि आप स्क्रीन से नजरें नहीं हटा पाएंगे। Scroll.in ने इसे “आंध्र की सियासत का भारी-भरकम मसालेदार इतिहास” कहा है, और हम इससे सहमत हैं! सई कुमार, नासर और श्रीकांत अय्यंगर जैसे दिग्गजों ने अपने किरदारों में जान डाल दी है, और तान्या रविचंद्रन ने नायडू की प्रेमिका अनु हरिका के रूप में दिल जीत लिया।
तकनीकी जादू: सिनेमाटोग्राफी और म्यूजिक का धमाल!
इस सीरीज का प्रोडक्शन डिज़ाइन इतना जबरदस्त है कि आपको लगेगा आप 90 के दशक की आंध्र की गलियों में घूम रहे हैं। शक्तिकांत कार्थिक का बैकग्राउंड स्कोर, खासकर ‘सहोदरा’ ट्रैक, आपके रोंगटे खड़े कर देगा। सिनेमाटोग्राफी और एडिटिंग इतनी शानदार है कि हर सीन में सियासत का तनाव और ड्रामा साफ झलकता है। Filmy Focus ने इसे 3.5/5 की रेटिंग दी और कहा, “ये सीरीज सियासत के जंगल में एक रोमांचक सफर है!”
विवादों का तड़का: क्या ये असली सियासत की कहानी है?
अरे, रुकिए! मायासभा सिर्फ़ ड्रामा ही नहीं, बल्कि विवादों का पिटारा भी है! ये सीरीज आंध्र के मशहूर नेताओं एन. चंद्रबाबू नायडू और वाई.एस. राजशेखर रेड्डी की जिंदगी से प्रेरित है, और यही बात इसे और भी रोमांचक बनाती है। लेकिन, कुछ लोग इसे सियासी हथियार मान रहे हैं। क्या ये सीरीज सच्चाई को तोड़-मरोड़ कर पेश करती है? या ये सिर्फ़ एक मसालेदार कहानी है? आप ख़ुद देखकर फैसला कीजिए!
तो, क्या देखना चाहिए?
अगर आपको सियासत, धोखा, और तगड़े डायलॉग्स का शौक है, तो मायासभा आपके लिए एकदम परफेक्ट है! ये सीरीज आपको हंसाएगी, रुलाएगी, और सोचने पर मजबूर कर देगी। SonyLIV पर 7 अगस्त से स्ट्रीम हो रही इस सीरीज को बिंज-वॉच करने का प्लान बनाइए, क्योंकि ये सियासी तमाशा मिस करने लायक नहीं है! The Hindu ने इसे “ड्रामा, महत्वाकांक्षा और सियासत का कॉकटेल” कहा है, और हम कहते हैं, “ये एक ऐसा धमाका है जो आपके दिमाग को हिलाकर रख देगा!”
बॉटम लाइन: मायासभा एक सियासी रोलरकोस्टर है, जो आपको सत्ता के गलियारों में ले जाकर चौंका देगा। रेटिंग: 4/5 तीखे मिर्ची स्टार्स!